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GSEB Std 9 Hindi Textbook Solutions Chapter 3 क्या निराश हुआ जाए?

स्वाध्याय

1. निम्नलिखित प्रश्नो के एक-एक वाक्य में उत्तर लिखिए :

प्रश्न 1. आज समाचारपत्र में कौन-कौन से समाचार भरे रहते हैं?

उत्तर :
आज समाचारपत्र में चोरी, डकैती, तस्करी और भ्रष्टाचार के समाचार भरे रहते हैं।

प्रश्न 2. देश का वातावरण आज कैसा बन गया है?
उत्तर :
देश का वातावरण आज ऐसा बन गया है कि लगता है र देश में कोई ईमानदार आदमी ही नहीं बचा है।

प्रश्न 3. भारतवर्ष ने किसको अधिक महत्त्व नहीं दिया है?
उत्तर :
भारतवर्ष ने भौतिक वस्तुओं के संग्रह को अधिक महत्त्व नहीं दिया है।

प्रश्न 4. मनुष्य के मन में कौन-कौन से विचार है?
उत्तर :
मनुष्य के मन में काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि विकार हैं।

प्रश्न 5. भारतवर्ष किसको धर्म रूप में देखता आ रहा है?
उत्तर :
भारतवर्ष कानून को धर्म के रूप में देखता आ रहा है।

प्रश्न 6. बस कंडक्टर क्या लेकर लौटा था?
उत्तर :
बस कंडक्टर खाली बस लेकर तथा लेखक के बच्चों के लिए पानी और दूध लेकर लौटा था।

2. निम्नलिखित प्रश्नो के दो-दो वाक्यों में उत्तर दीजिए :

प्रश्न 1. लोगों में महान मूल्यों के बारे में आस्था क्यों हिल गई है?

उत्तर :
आजकल ईमानदारी और परिश्रम करके जीविका कमानेवाले श्रमजीवी पिस रहे हैं और झूठ तथा फरेब का रोजगार करनेवाले फल-फूल रहे हैं। इसलिए लोगों में महान मूल्यों के बारे में आस्था हिल गई है।

प्रश्न 2. लेखक क्या देखकर हताश हो जाना उचित नहीं मानते?
उत्तर :
लेखक कहते हैं कि आजकल ईमानदारी और परिश्रम के बदले झूठ और फरेब का बाजार गर्म है। ऊपरी दिखाई देनेवाली इस मनुष्यनिर्मित स्थिति से लेखक हताश हो जाना उचित नहीं मानते।

प्रश्न 3. देश के दरिद्रजनों की हीन अवस्था दूर करने के लिए क्या किया गया है?
उत्तर :
देश के दरिद्र जनों की हीन अवस्था दूर करने के लिए शासन ने अनेक कायदे-कानून बनाए हैं। इनका यही लक्ष्य है कि कृषि उद्योग, वाणिज्य, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में लोगों की स्थिति को अधिक उन्नत और सुचारु बनाया जाए।

प्रश्न 4. कविवर रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने प्रार्थना-गीत द्वारा भगवान से क्या याचना की है?
उत्तर :
कविवर रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने अपने प्रार्थना-गीत में भगवान से यह याचना की है कि संसार में केवल नुकसान उठाना पड़े, धोखा : खाना पड़े तो भी मैं विचलित न हो। ऐसे अवसरों पर भी हे प्रभो! : मुझे ऐसी शक्ति दो कि मैं तुम पर संदेह न करू।

3. निम्नलिखित प्रश्नो के पाँच-छ वाक्यों में उत्तर लिखिए :

प्रश्न 1. लेखक का मन क्यों बैठ जाता है?

उत्तर :
हमारे देश के अखबार चोरी, डकैती, तस्करी और भ्रष्टाचार के समाचारों से भरे रहते हैं। राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोपप्रत्यारोप लगाते रहते हैं। ऐसा लगता है कि जैसे देश में कोई ईमानदार ही नहीं रह गया। लोग हर व्यक्ति को संदेह की दृष्टि से देखते हैं। जो जितने ऊंचे पद पर हैं, उनमें उतने ही अधिक दोष दिखाए जाते हैं। सब अपने-अपने स्वार्थों में लिप्त हैं। देश के हित की बातें बहुत कम हो रही हैं। देश और समाज की ऐसी दशा देखकर लेखक का मन बैठ जाता है।

प्रश्न 2. भारतवर्ष को ‘महामानव’ समुद्र क्यों कहा गया है?
उत्तर :
भारतवर्ष एक प्राचीन और विशाल देश है। सदियों से यहाँ अनेक जातियाँ आई और यहीं बस गई। विदेशों से अनेक धर्मावलंबी यहाँ आए और यहीं के होकर रह गए। इस प्रकार भारत आर्य और द्रविड, हिन्दू और मुसलमान, यूरोपीय और भारतीय आदर्शों की मिलन- भूमि है। भारतीय सभ्यता में विदेश से आई सभ्यताओं का भी प्रभाव है। यहाँ की संस्कृति में विदेशी संस्कृतियाँ घुल-मिल गई हैं। भारतीय समाज में देशी-विदेशी तरह-तरह के लोग आए और समा गए हैं। इसलिए भारतवर्ष को ‘महामानव समुद्र’ कहा गया है।

प्रश्न 3. धर्म को भारतवर्ष में श्रेष्ठ क्यों माना गया है?
उत्तर :
शासन और समाज की सुख-सुविधा के लिए सरकार तरह-तरह के कानून बनाती है। लेकिन भारतवासियों की दृष्टि में धर्म कानून से बड़ा है। धर्म के कारण ही अब भी सेवा, सच्चाई, ईमानदारी और आध्यात्मिकता आदि बने हुए हैं। धर्म के भय से मनुष्य झूठ और चोरी को गलत समझता है। धर्मबुद्धि के कारण ही लोग दूसरों को पीड़ा पहुंचाना पाप मानते हैं। धर्मबुद्धि ही लोभ, मोह, काम, क्रोध आदि विकारों पर संयम रख सकती है और निकृष्ट आचरण करने से रोकती है है। इसीलिए धर्म को भारतवर्ष में श्रेष्ठ माना गया है।

प्रश्न 4. कंडक्टरने अपनी ईमानदारी कैसे बताई ?
उत्तर :
एक बार लेखक सपरिवार बस-यात्रा कर रहे थे। गंतव्य स्थान से लगभग पांच मील पहले एक सुनसान स्थान पर बस खराब हो गई। कंडक्टर समझ गया कि यह बस अब आगे नहीं जा सकती। वह एक साइकिल लेकर चला गया। उस समय रात के दस बजे थे। यात्री बस-ड्राइवर पर अपना क्रोध उतारने लगे। लेखक के बच्चे भोजन और पानी के लिए व्याकुल थे। यात्री ड्राइवर को मारने के लिए तैयार हो गए। ठीक उसी समय बस-कंडक्टर एक खाली बस लेकर आया। यात्री उसमें सवार हो गए। कंडक्टर लेखक के बच्चों के लिए पानी और दूध भी लाया था। इस तरह बस-कंडक्टर ने अपनी ईमानदारी और सज्जनता बताई।

4. मुहावरों का अर्थ देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :

प्रश्न 1. मन बैठ जाना, पर्दापत्रक करना, फलना-फूलना, हवाइयाँ उड़ना, पर्दाफाश, ढाँढस बँधाना, कातर ढंग से देखना

उत्तर :
मन बैठ जाना – उदास होना
वाक्य : बार-बार की असफलता से उसका मन बैठ गया है।
फलना-फूलना – विकसित होना, समृद्ध होना
वाक्य : महात्मा ने मुझे फलने-फूलने का आशीर्वाद दिया।
चेहरे पर हवाइयाँ उड़ना – चेहरे का रंग फीका पड़ना
वाक्य : लोगों का क्रोध देखकर कंडक्टर के चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगीं।
पर्दाफाश करना – भेद खोलना
वाक्य : चोर पकड़ा गया तो उसने अपने साथियों का पर्दाफाश कर दिया।
ढाढ़स बंधाना – सांत्वना देना, तसल्ली देना
वाक्य : गरीब मजदूर के घर में चोरी हो जाने पर पुलिस ने उसे डाढ़स बंधाया।
कातर ढंग से देखना – भयभीत होकर देखना
वाक्य : सुरेश नकल करते हुए पकड़ा गया तो बड़े कातर ढंग से निरीक्षक की ओर देखने लगा।

शब्द-समूह के लिए एक-एक शब्द दीजिए :

प्रश्न 1.
1. धर्म से डरनेवाले
2. मिलन की भूमि
3. सुख देनेवाला

उत्तर :
1. धर्मभीरु
2. मिलनभूमि
3. सुखद

5. विशेषण बनाइए:

प्रश्न 1.
1. भारत – ………..
2. समाज – ………..
3. क्रोध – ………..
4. समय – ………..
5. धर्म – ………..

उत्तर :
1. भारतीय
2. सामाजिक
3. क्रोधी
4. सामयिक
5. धार्मिक

6. भाववाचक बनाइए :

प्रश्न 1.

1. डाकू
2. आदमी
3. बहुत
4. सभ्य
5. मानव

उत्तर :
1. डकैती
2. आदमियत
3. बहुतायत
4. सभ्यता
5. मानवता

7. विरोधी शब्द बनाइए:

प्रश्न 1.
1. ईमानदार
2. भ्रष्टाचार
3. आंतरिक
4. सबल

उत्तर :
1. बेईमान
2. सदाचार
3. बाह्य
4. निर्बल